ख़ोरी गाँव मे काली दीपावली मनाई गई

आज 24 अक्टूबर 2022 दीपावली है परंतु यहां खोरी गांव में विध्वंस के बाद यह दिपावली का दूसरा साल है और आज भी खोरी गांव के लोग पुनर्वास के लिए तरस रहे हैं सिर्फ 1009 लोगों को पुनर्वास के लिए पात्र माना गया है बाकी 10000 परिवारों को विस्थापित करके छोड़ दिया गया है यह कार्यवाही भेदभाव पूर्ण वह एक तरफा है क्योंकि दूसरी तरफ बड़े-बड़े फार्म हाउस शैक्षणिक संस्थान उद्योगपतियों की बिल्डिंग को 3 महीने का वक्त देने के बावजूद भी अभी तक कार्यवाही नहीं की गई है यह सुप्रीम कोर्ट की सरासर अवमानना है।

नगर निगम और वन विभाग केवल और केवल गरीब लोगों को उजाड़ने में लगा हैं अब हम लोग न्याय के लिए कहां जाएं जब वर्तमान सरकार ही छाँट- छाँट कर कार्यवाही कर रही है।

जबकि दिवाली रोशनी का त्योहार है, दूसरों के लिए नई शुरुआत है, खोरी गांव के निवासियों के लिए यह निरंतर अन्याय और बेघर होने का एक और दिन है। अंधेरे का एक और दिन।

भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने के लिए निवासी इकट्ठा हुए। काली दीपावली मनाई ।