खोरी अपडेट (97)
27-02-2022
दोस्तों जिंदाबाद!!
सर्वोच्च न्यायालय में “रेखा, पिंकी और पुष्पा बनाम भारत सरकार” वाले मुकदमे की तारीख हफ्ते में दो बार और हर हफ्ते लग रही हैं। मगर मुकदमा आ नहीं पाता। इसलिए उसकी खबर भी हम आपको क्या देंते?
सर्वोच्च न्यायालय में चल रहे मुकद्दमों में ख़ोरी गांव व जंगल की जमीन से जुड़े किसी भी मुकद्दमें की स्थिति फिलहाल यही है।
अगली तारीख 2 मार्च 2022 है। वही सर्वोच्च न्यायालय, वही माननीय न्यायधीश खानविलकर जी और माननीय न्यायधीश माहेश्वरी जी के सामने।
टीम साथी लगातार कोशिशों में है। हम हर चीज रोज-रोज तो बता नहीं सकते। मगर काफी कोशिश थी कि डबुआ कॉलोनी के खराब फ्लैट सही किए जाएं। और सुविधाएं भी पूरी हो। हमने लगातार डबुआ के फ्लैट की कमियों की बातें उठाई हैं। कोर्ट में भी सब बताया गया है। डबुआ का ठबुआ नाम से यूट्यूब सीरीज में भी सारी स्थिति बताई गई।
एक कोशिश चल रही थी कि सरकारी व हमारे वकील डबुआ कालोनी की परिस्थिति एक साथ देख कर आये।
इसी प्रयास में 26 फरवरी को हमारे और नगर निगम के वकील डबुआ कॉलोनी के फ्लैटों की स्थिति देखने गए।
वरिष्ठ अधिवक्ता संजय पारीख जी, एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड सृष्टि अग्निहोत्री, वकील तृप्ति पोद्दार, वकील संजना तथा पुनर्वास नीति को चुनौती देने वाले मुकदमे के वादी सरोज पासवान के साथ सुरेश पाल व अरविंद भाई, खोरी गांव के पूर्व निवासी भी गए थे। सभी अपने व्यक्तिगत खर्च से डबुआ कॉलोनी गए।
नगर निगम फरीदाबाद के वरिष्ठ वकील अरुण भारद्वाज व नगर निगम की मुख्य आर्किटेक्ट बीसी ढिल्लो व उनके अन्य सहयोगी अधिकारी पहुँचे।
सुबह 9:00 बजे से 11:00 के बाद तक सभी लोग वहां पर थे।
ये देखा गया कि फ्लैटों के खिड़की, दरवाजे, रंग रोगन, बिजली, पानी, सीवर आदि की स्थिति खराब है। सभी फ्लैटों की छतों पर भारी सीलन है। कहीं-कहीं पर दरारें पड़ी हैं। गंदगी साफ करने का काम चालू हुआ है। फ्लैट ठीक करने का काम भी चालू हुआ है। मगर उसकी क़्वालिटी सही नही। फ्लैटो की गुणवत्ता जांच का भी प्रश्न उठा। कब तक ठीक होगा उसका भी नही पता। तुरंत रहने लायक तो है ही नही।
विजिट में डबुआ कालोनी में जो 15 साल पहले से लोग रहते है उन्होंने भी बहुत परेशानियां बताई। उनको आज तक पानी नही। फ्लैटों की छतें उखड़ रही है। एमसीएफ को बार बार कहने पर भी किसी समस्या का कोई समाधान नही हुआ।
पारीख साहब, अरुण जी को सभी जगह लेकर के गए। उनको सब गंदगी और दिक्कते व परेशानियां दिखाई।
पारिख जी ने कहा हम बार-बार आएंगे। उन्होंने एमसीएफ से कहा कि आप लोगो को आर्थिक सहायता तुरंत दीजिए। ढिल्लो जी ने 15 मार्च तक आर्थिक सहायता देने आश्वासन दिया।
एमसीएफ वाले लगातार कहते रहे कि सब जल्दी ठीक किया जाएगा।
दोनों की ओर से सर्वोच्च न्यायालय में इस विजिट की रिपोर्ट दी जाएगी। रिपोर्ट में सभी परिस्थिति सामने रखी जायेगी।



ख़ोरी गांव के साथ और सहयोग में
टीम साथी
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