खोरी अपडेट
04-10-2021
रात्रि 11 बजे
सर्वोच्च न्यायालय मे 5 अक्टूबर को दोपहर 3:30 बजे सुनवाई होगी।
ज़िंदाबाद
सर्वोच्च न्यायालय में आज फरीदाबाद की जंगल जमीन से तथाकथित अवैध कब्जे हटाने वाले सभी मुकदमे नहीं सुने जा सके क्योंकि माननीय न्यायाधीश खानविलकर जी और न्यायाधीश माहेश्वरी जी की विशेष बेंच नहीं बैठी।
अब यह सब मुकदमे कल 5 अक्टूबर को दोपहर 3:30 बजे सर्वोच्च न्यायालय में सुने जाएंगे।
सर्वोच्च न्यायालय में सभी खोरी निवासियों के उजाड़ की समस्या और सरकारी पुनर्वास नीति को चुनौती देने वाले हमारे केस भी सुने जाएंगे।
1– “रेखा, पिंकी व पुष्पा बनाम भारत सरकार”
2– “शांति, अनीता, बीना ज्ञान, सरोज पासवान व बिब्बो बनाम भारत सरकार व अन्य”
इसके अलावा अन्य पहले के मुकदमे और जो फार्म हाउसों की ओर से तथा अन्य कालोनियों की ओर से डाले गए हैं, उनकी भी सुनवाई होगी।
सरकार ने आज अब तक जंगल जमीन कहां तक खाली करवाई इसकी रिपोर्ट दाखिल की है।
पुनर्वास नीति को चुनौती देने वाले हमारे मुद्दों का भी जवाब दाखिल किया है।
इस बीच टीम साथी की ओर से ई पोर्टल पर फार्म भरे जाने का काम जारी रहा।
अमन, नूर, अनिकेत व सोनू दिनभर सक्रिय रहे। ई पोर्टल पर जानकारी मिलने तक आखरी टोकन नंबर 2759 रहा। इन युवाओं को बहुत-बहुत जिंदाबाद।
खोरी गांव की सहयोग में
टीम साथी