Update 6 June

खोरी अपडेट (129)

06-06-2022

जिंदाबाद दोस्तों!

आने वाला कल यानि 7 जून, खोरी के मजदूर मेहनतकश लोगों के लिए साल भर पहले ये दिन भयानक रहा है जिसके प्रभावों को हम आज भी झेल रहे हैं।
टीम साथी ने कल पर्यावरण दिवस पर खोरी गांव की बच्चों को आमंत्रित किया कि वे खोरी गांव क्यों टूटा ? विषय पर लिखे। उनके साथ क्या हुआ? उनकी सोच क्या है? इस बात पर भी एक छोटा सा लेख लिखें ? 9वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों ने दिल को छूने वाली बातें लिखी। बच्चों ने खोरी गांव टूटने से पहले गांव कैसा था? लोग कैसे रहते थे? वह सब लिखा।

उन्होने अपने लेखों में कहा —

हम लोग रोजगार से बेरोजगार हुए।
गरीब लोगों ने अपना सब कुछ लगा दिया तो जंगल की जमीन कह दिया?
अब हम बच्चों को खोरी गांव टूटने के बाद खेलने के लिए नहीं मिलता।
हमारी मेहनत का घर तोड़ दिया और हमें ना घर दे रहे ना कुछ और।
कुछ भूमाफिया के कुछ नेताओं ने मिलकर मकान तुड़वा दिए।
मैं माननीय सर्वोच्च न्यायालय से अपील करूंगा यहां हमे रहने की जगह दी या फिर से हमे खोरी गांव में बसाया जाए।
खोरी गांव हमारा है हम गांव नहीं छोड़ेंगे।
हम अपनी पढ़ाई लिखाई के साथ संघर्ष भी कर रहे हैं खोरी गांव के लोगों के जीवन में खुशियों के दिन जरूर आएंगे।
इन बच्चों की बाते बताती हैं कि साल भर में बच्चों के मस्तिष्क पर, दिमाग पर कितना बुरा असर हुआ है। मगर फिर भी वह भविष्य के लिए आशा रखते हैं।

इन बच्चो का भविष्य संभालना है। हमारे साथ हुए अन्याय को हम नही भूलेंगे।

आप सभी से फिर अपील है कि 7 जून को ट्विटर, व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और सब सोशल मीडिया पर साथ का दिया पोस्टर लगाएं। जहां पर भी हो वहां पर किसी भी तरह अपनी आवाज़ उठाएं।

अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा!

खोरी गांव के साथ और सहयोग में

टीम साथी