*खोरी अपडेट*
26-08-2021
जिंदाबाद साथी,
कल 27-08-2021 को दोपहर 2:00 बजे सर्वोच्च न्यायालय में *रेखा, पिंकी और पुष्पा बनाम भारत सरकार* वाले मुकदमे की भी सुनवाई है।
हमने इस मुकदमे के द्वारा कोशिश की है कि पुनर्वास का मुद्दा सर्वोच्च न्यायालय के ध्यान में आए।
हमने सर्वोच्च न्यायालय में लोगों की आज की स्थिति रखी है। हमें आशा है कि सर्वोच्च न्यायालय इस पर ध्यान देगा।
आप सब जानते हैं कि इस समय सबसे महत्वपूर्ण काम यही है जो की सर्वोच्च न्यायालय के आदेश में 23 जुलाई और उसके बाद 3 अगस्त को लिखा था की लोग पुनर्वास नीति पर हरियाणा सरकार को अपने सुझाव दें।
* हमारे प्रयासों से हजार से ज्यादा लोगों ने हरियाणा सरकार को पुनर्वास नीति पर अपने सुझाव भेजे हैं।*
हमने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर ही नगर निगम फरीदाबाद को सैकड़ों लोगों की चिट्ठियां भेजी है जिसमे लोगो की समस्याएं लिखी हैं।
* राधास्वामी सतसंग* में रहने की, बैठने की खाने की समुचित सुविधा नहीं है। 10,000 से ज्यादा मकानों को हमारे आशियाना को तोड़ दिया मगर कोई व्यवस्था नहीं की है।
हमें अपेक्षा है कि सर्वोच्च न्यायालय अपने सामने आए इन तथ्यों पर ध्यान देगा।हमे मालूम हुआ है कि वकीलों ने इस मुकदमे में कोई पैसा नहीं लिया है।
जो भी साथी खोरी गांव के लोगों के लिए काम कर रहे हैं उन सब के प्रति हमारा साथ व समर्थन है।
* एक अच्छी पुनर्वास नीति बनना ही सबसे बड़ा कार्य है। जिसके लिए हरियाणा सरकार पर ही दवाब देना धरना, प्रदर्शन करना, पत्र लिखना व उनके सामने खड़े होना जरूरी है।*
हमने देख लिया कि कोई बड़ा राजनीतिक दल इस काम में आगे नहीं आया है। सर्वोच्च न्यायालय में चली चल रही सुनवाई इस बात की गवाह हैं।
सर्वोच्च न्यायालय की 27 अगस्त की सुनवाई का ब्यौरा भी आपको हम भेजेंगे।
*खोरी गांव के सहयोग में*
अभिषेक, बीना ज्ञान, सरोज पासवान, कंचन चौधरी, धर्मेंद्र व विमल भाई