खोरी अपडेट (153)
10-10-2022
जिंदाबाद साथियों!
आज हम आपको खोरी गांव की लड़ाई को मजबूत करने के लिए टीम साथी द्वारा किए गए कुछ कामों के बारे में बताएंगे
13 सितम्बर से 20 सितम्बर तक
नर्मदा बचाओ,मानव बचाओ
37 साल नर्मदा बचाओ आंदोलन को पूरे होने पर उसका वर्ष गांठ भी मनाया गया और इस आंदोलन का मकसद था की जो सरकार जीवन शाला के उपर झूठे आरोप लगा रही है वह बे बुनियाद हैं। जीवन शाला में आदिवासी बच्चों को अपनी आवाज़ को बुलंद कैसे करना है सिखाया जाता है। वहा पे गांव में रहने वाले अपने हक की आवाज़ एक साथ मिलकर किस तरह से रख रहे है वह काबिले तारीफ था और वह सीखने लायक था।
उसमे खोरी गांव से टीम साथी के लोगों ने इस आंदोलन में भाग लिया जिसमे 18 और संगठन भी शामिल हुए थे।टीम साथी ने हर कदम पर अपने खोरी गांव के मुद्दे को उठाया और 18 संगठन के लोगों ने हमारे खोरी गांव का साथ और सहयोग करने का आश्वासन भी दिया, उन संगठनों ने बोला है कि ये लड़ाई खोरी के लोगों की ही नहीं बल्कि उन सबकी है जो देश में अपने हक के लिए लड़ रहे हैं,तथा मंच भी हमारे विमल काका के नाम पर ही रखा गया था,
विमल भाई प्रेरणा मंच
इस मंच से विमल काका को सभी वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजली अर्पित किया। इस मंच पर मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र तक हमारे आदिवासी भाई बहनों के बीच में खोरी गांव की आवाज़ को टीम साथी ने बहुत ही मजबूत तरीके से उठाया और मेधा पाटकर जी से मिली नई ऊर्जा, हिम्मत और विश्वास के साथ कैसे कार्य करे ये सीख भी ले कर आए।
हम आपसे सहयोग और विश्वास की अपेक्षा करते है, ताकि खोरी गांव की आगे लड़ाई को और मजबूती से लड़ा जा सके ।
26 सितंबर और 27 सितंबर को भूमि अधिकार आंदोलन हुआ ।
भूमि अधिकार आंदोलन संसाधनों की लूट के खिलाफ विकेंद्रीकृत रूप से मौजूदा सभी जन संघ, जन आंदोलनों को आपस में जोड़ने का काम करता है |
दो दिवसीय भूमि अधिकार आंदोलन मंच पर टीम साथी ने देश भर से आए हुए सभी राज्य के प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों के सामने खोरी गांव की बात रखी । जहां से हमें बहुत सहयोग मिला हैं । जिससे हमारी आगे की लड़ाई और मजबूत रूप से लड़ी जा सके । ख़ोरी गांव के साथ खड़े होने वाले सभी लोगों का हम धन्यवाद करते है।
हार नही मानेंगे,लड़ेंगे और जीतेंगे ✊
टीम साथी