खोरी अपडेट
30-09-2021
साथियों ख़ोरी गांव अपने में एक छोटे भारत की पहचान रहा है। रिश्ते नाते, प्रेम व्यवहार,थोड़ी सी आपस की खटास भी। यह सब कुछ मिल कर के और पर्यावरण के साथ पत्थरो में हरियाली लाने वाले लोग और अभावों में से जिंदगियों को उगाने वाले लोग खोरी गांव के निवासी है।
हम मानते हैं कि सरकार पुनर्वास के नाम पर बहुत धोखाधड़ी कर रही है। मगर पिछले एक केस
शांति, अनीता, बीना ज्ञान, सरोज पासवान व बिब्बो बनाम भारत सरकार व अन्य की याचिका (1023 OF 2021) के दायर होने के बाद सरकार थोड़ा बैकफुट पर आई है। उसको सही तरह से पकड़ना उसकी पुनर्वास नीति को सही कराना डबुआ कॉलोनी या बापू नगर में दिखाए जा रहे फ्लैटों को जो कि अभी मात्र एक ढांचे के रूप में है सही करवाना बड़ी चुनौती है।
आप सभी से हम पुनः यह निवेदन करते हैं कि ई पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं। अभी वँहा 2270 तक फार्म भरे गए हैं। यदि फार्म भरने में कोई दिक्कत आती है तो ग्रुप के एडमिन को फोन कीजिए। आपको मदद तुरंत मिलेगी।
जिस व्यक्ति ने नगर निगम फरीदाबाद के अलावा व्यक्तिगत रूप से किसी को भी अपने कागजात जमा कराए हो वह कृपया करके ई पोर्टल पर दोबारा भर दे। इसमें कोई खर्च नहीं होता है। एक ऑडियो क्लिप में आया है कि फुलवा बहन से गलती से लोगों से भरवाए गए फार्म बस में कहीं छूट गए हैं।
रजिस्ट्रेशन कराने से कम से कम सरकार की लिस्ट में यह इस बात का सबूत होगा कि यह लोग यहां से उजाड़े गए। अभी तक तो सरकार ने कोई सर्वे ही नहीं किया था।
न्यूजरील एशिया नामक वेबसाइट से जुलाई में हमारे साथ दो पत्रकार जेसिका गोयल और रिचर्ड कुजूर खोरी गांव आए थे। उन्होंने विस्थापन की समस्या पर एक फिल्म बनाई है। जिसका लिंक हम दे रहे हैं इस फिल्म को जरूर देखें और आगे भी भेजिए।
https://newsreel.asia/ashiyana
खोरी गांव की सहयोग में
टीम साथी